Swami Vivekanand story hindi

विवेकानन्द 3 मोटिवेशनल कहानियां Swami Vivekananda story Hindi

दोस्तों इस लेख में हम जानेंगे best 3 swami vivekananda story hindi स्वामी विवेकानन्द की मोटिवेशनल कहानियां. दोस्तों स्वामी विवेकानंद जी के जीवन से हम बहुत कुछ सीख सकते हैं, उनके महान जीवन का एक एक पल प्रेरणा से भरा हुआ है।

स्वामी विवेकानंद जी ऐसे व्यक्ति थे जिन्होंने हिंदू धर्म और भारतीय संस्कृति का प्रचार पूरी दुनिया में किया हैं। कहा जाता है कि स्वामी जी के दिमाग में इतनी एकाग्रता थी कि वह किसी भी बडी बुक को एक बार पड़ने में ही याद कर लेते थे।

ऐसे महान व्यक्ति के जीवन से हमें बहुत बड़ी प्रेरणा मिलती हैं, आज उन्ही के जीवन से जुड़ी हुई swami vivekananda story hindi जानेंगे।

स्वामी विवेकानंद 3 मोटिवेशनल कहानियां Swami Vivekananda story Hindi

दूसरो के पीछे भागने से सफलता नहीं मिलती है। स्वामी विवेकानंद जी की कहानी

एक बार स्वामी जी अपने आश्रम में बैठे थे, तभी अचानक वहा पर एक युवक भागते हुए आया है और स्वामी विवेकानंद जी के चरणों में गिरकर विनती करने लगा. वह व्यक्ति बोलता है, स्वामी जी मै हर रोज मेहनत करता हु, हार्ड वर्क करता हु लेकिन मुझे सफलता नहीं मिल रही है. मै बहुत परेशान हो गया हु, आपसे निवेदन है की आप मेरा मार्गदर्शन करे.

स्वामी जी उस व्यक्ति की बात बड़े ध्यान से सुनते है, और स्वामी जी उस युवक से कहते है की पहले तुम मेरे इस कुत्ते को थोड़े समय के लिए बहार घुमा कर ले आओ फिर मै आपके प्रश्न का जवाब दूंगा।

उस व्यक्ति को यह थोड़ा अजीब लगता है, लेकिन वह स्वामी विवेकानंद जी की बात मानकर उस कुत्ते को रस्सी से बाँध कर बहार घुमाने ले जाता है. जब वह व्यक्ति वापस स्वामी जी आश्रम में आता है तो स्वामी जी देखते है की कुत्ता बहुत थका हुआ और युवक बड़ा शांत दिख रहा है.

तब स्वामी जी पूछते है, ये क्या है, कुत्ता इतना थका हुआ है और तुम बड़े शांत दिख रहे हो, क्या तुम कुत्ते के साथ नहीं घूमे या नहीं चले. 
तब वह व्यक्ति कहता है स्वामी जी यह कुत्ता बाकी जानवर और कुत्तो को देखकर उनके पीछे पीछे भागकर पुरे नगर घूम आया है इसलिए यह थका हुआ है, और मै शॉर्टकट गली से आ गया हु इसलिए शांत हु. 
स्वामीजी उस युवक से कहते है, यही तो तुम्हारे प्रश्न का उत्तर है, जिस तरह यह कुत्ता बाकी जानवरों को देखकर भागता है, वैसे ही तुम भी बाकी लोगो को देखकर अपना कार्य कर रहे हो अर्थात तुम भी तो दूसरे लोगो की नक़ल कर रहे हो, जिसके कारण तुम परेशान रहते हो और तुमको सफलता नहीं मिल रही है.

Moral of this motivational story

दोस्तों स्वामी विवेकानदं जी की कहानी से हमे यह शिक्षा मिलती है, अर्थात स्वामी जी यह संदेश देना चाहते है, जो व्यक्ति दूसरे की नक़ल करता है, जो दुसरो को देखकर कोई कार्य स्टार्ट करता है वह जीवन में कभी भी सफल नहीं हो सकता है. 
इसलिए जीवन में वही कीजिए जो आपको पसंद है, जो आपको करने में आनद आए, दुसरो के पीछे भागने से अच्छा है, अपने खुद के रास्ते पर चले इससे आपको सफलता मिलना तय है. 
अगर आप जीवन में दुसरो के पीछे भागते है, और दसूरों की नक़ल करते तो आप भी उस कुत्ते की तरह जीवन भर भागते फिरेंगे और अपने जीवन कभी कामयाब नहीं होएंगे।

Swami Vivekananda story hindi सफलता के लिए चरित्र होना जरुरी है।

जब स्वामी जी अमेरिका में धर्म सभा संबोधित करने गए थे, तब वहा उन्होंने ऐसी स्पीच दी थी की सभी बैठे हुए व्यक्ति मंत्रमुग्ध हो गए थे. उनके विचारों से हजारो लोग प्रभावित हुए थे, उस सभा में एक अमेरिकन लेडी भी बैठी थी वह स्वामी जी के वचनों से बहुत प्रभावित हो गई थी.

वह लेडी स्वामी विवेकानंद जी के पास आती है और कहती है, क्या आप मुझसे शादी करोगे, स्वामी जी उस लेडी से पूछते है आप मुझसे शादी क्यों करना चाहती हो. मै एक बाल ब्रह्मचारी हु, एक सन्यासी हु क्षमा कीजिए में आपसे शादी नहीं कर सकता हु.

तब वह अमेरिकन लेडी कहती है, मुझे भी आपके जैसा ही ऊर्जावान पुत्र चाहिए जो पूरी दुनिया का मार्गदर्शन कर सके, इसलिए में आपसे शादी करना चाहती हु. उस लेडी की बात सुनकर स्वामी जी बोले आज से आप मेरी माँ हो और आप मुझे अपना पुत्र समझ सकती हो.

दोस्तों यह शब्द सुनकर उस लेडी की आँखों में आंसू आ गए और बहुत ज्यादा भावुक हो गए और उस लेडी ने स्वामी जी कहा आपके जैसा चरित्रवान व्यक्ति मेने आज तक नहीं देखा है.

Moral of this motivational story

दोस्तों स्वामी जी की इस छोटी सी कहानी से स्वामी विवेकानंद जी चरित्र का पता चलता है, स्वामीजी कितने चरित्रवान थे और उनके महान बनने का यह सबसे बड़ा कारण है.

एक इंटरव्यू में स्वामी जी कहते है, की अगर व्यक्ति को सफल और महान बनना है तो उसका चरित्र अच्छा होना चाहिए, बिना अच्छे चरित्र के व्यक्ति सफलता हासिल नहीं कर सकते है. अर्थात जिस व्यक्ति का चरित्र अच्छा नहीं है उनके हाथो से मिली हुई सफलता भी धीरे धीरे निकलने लगती है.

जीवन में यह बात जरूर ध्यान रखे भले ही आप किसी पद या स्थान पर हो आपका चरित्र अच्छा होना चाहिए, सफलता आपके पीछे भागने लगेगी। अगर आपको स्वामी जी यह छोटी सी कहानी पसन् आई हो यो मलिक और शेयर करे.

सफलता के लिए लक्ष्य पर फोकस होना जरुरी नहीं। Swami Vivekananda story hindi

एक बार स्वामी विवेकानंद जी अमरीका में अपने स्पीच पूरे कर के जा रहे थे, उन्होंने देखा कि दो लड़के अपने तीर से एक छोटे से तालाब में पड़े अंडे के छिलके पर निशाने लगा रहे थे।

बहुत कोशिश करने के बाद भी, वह दोनों लड़के अच्छी तरह से लक्ष्य को नहीं भेद पा रहे थे। यह सब देख कर स्वामी विवेकानन्द जी उनके पास गए।

स्वामी विवेकानन्द जी ने एक लड़के से धनुष और तीर लिया और एक ही बार में लक्ष्य को भेद दीया। यह सब नजारा देखकर दोनों लड़के आश्चर्य चकित रहे गए।

उन्होंने स्वामी जी से पूछा, हम दोनों बहुत देर से निशाना लगा रहे हैं फिर भी हमसे सही निशाना नहीं लगा हैं। आपने एक ही बार में लक्ष्य को भेद दीया।

तब उन दोनों लड़कों से स्वामी विवेकानन्द जी कहते हैं, जब आप निशाना लगा रहे थे उस समय आप इधर उधर की बातचीत कर रहे थे। जिसके कारण आप टारगेट पर फोकस नहीं कर पा रहे थे।

उन दोनों लड़कों से स्वामी जी कहते हैं लक्ष्य को हासिल करने के लिए व्यक्ति का सही direction में अपने लक्ष्य पर फोकस होना चाहिए।

Conclusion

उम्मीद करते हैं आपको swami vivekananda story hindi से बहुत कुछ सीखने को मिला होगा। अगर आपको स्वामी विवेकानन्द जी की मोटिवेशनल कहानियां पसन्द आए तो अपने दोस्तों के साथ शेयर कीजिए।

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