sootak mein laddoo gopaal kee seva kaise karen?

सूतक में लड्डू गोपाल की सेवा कैसे करें?

नमस्कार दोस्तो, किसी भी व्यक्ति के घर में यदि सूतक का समय होता है, तो उस समय को शास्त्रों के अंतर्गत कार्य शुभ समय माना जाता है तथा ऐसे में बहुत से लोगों को अपने भगवान की पूजा करने में भी कई सावधानियों को बरतना होता है, इसी के अंतर्गत यदि आप सूतक के अंतर्गत लड्डू गोपाल की सेवा करना चाहते हैं, तो उसमें भी आपको कई सावधानियों को बरतना होता है। दोस्तों क्या आप जानते हैं, कि सूतक में लड्डू गोपाल की सेवा कैसे करें। यदि आपको इस विषय के बारे में कोई जानकारी नहीं है, तथा इसके बारे में जानना चाहते हैं, तो इस पोस्ट के माध्यम से हम आपको इसके बारे में संपूर्ण जानकारी देने वाले हैं।

हम आपको इस पोस्ट के अंतर्गत हम आपको बताने वाले हैं कि सूतक में लड्डू गोपाल की सेवा कैसे करें, इसके अलावा हम आपको इस विषय से जुड़ी हर एक जानकारी इस पोस्ट में देने वाले हैं।

सूतक में लड्डू गोपाल की सेवा कैसे करें?

जैसा कि दोस्तों आप सभी लोग जानते हैं, कि पूरी दुनिया भर के अंतर्गत करोड़ों लोग लड्डू गोपाल के भक्त हैं, तथा करोड़ों लोगों के द्वारा उनकी पूजा की जाती है। लेकिन यदि किसी भी व्यक्ति के घर के अंतर्गत सूतक का समय होता है, तो यह समय उस घर के लिए बहुत ही करना ही बड़ा समय बहुत ही शुभ समय तथा काफी दुखी भरा समय माना चाहता है। तो ऐसे में यदि आप किसी भी देवी देवता की पूजा करते हैं, तो ऐसे में आपको बहुत सी सावधानियों को ध्यान में रखता होता है।

laddu gopal ki seva kaise kare
सूतक में लड्डू गोपाल की सेवा कैसे करें | laddu gopal ki seva kaise kare

तो ऐसे में यदि आप लड्डू गोपाल की सूतक के अंतर्गत सेवा करना चाहते हैं, तो आपकी जानकारी के लिए मैं बता दूं कि सूतक के दौरान घर के अंतर्गत किसी भी देवी देवताओं की पूजा करना तथा उनका दीपक जलाना वर्जित होता है या फिर अशुभ माना जाता है। तो ऐसे में यदि आप लड्डू गोपाल की सेवा सूतक के समय करना चाहते हैं, तो आपको कभी भी उनके लिए कोई दीपक नहीं जलाना है। हालांकि आप सूतक के समय लड्डू गोपाल की पूजा कर सकते हैं।

इस समय के दौरान लड्डू गोपाल की पूजा करने के लिए आपको कुछ चीजों का ध्यान में रखना होता है, जिसमें आपको कभी भी भगवान की मूर्ति को बोलकर भी अस्पष्ट नहीं करना होता है। इसके अलावा यदि आप जब भी पूजा के अंतर्गत बैठते हैं, तो आपको सदैव स्नान करके ही पूजा के अंतर्गत बैठना होता है। और इसके अलावा इस परिस्थिति के अंतर्गत महिलाएं अन्य व्यक्तियों से या फिर अन्य किसी जगह से प्रसाद बनवाकर भगवान को भोग लगा सकते हैं, या फिर लड्डू गोपाल को भोग लगा सकते हैं।

तो दोस्तो यहां पर हमने आपको बताया है, कि अलग-अलग शास्त्रों के अनुसार तथा हिंदू धर्म की मान्यताओं के अनुसार सूतक के समय भगवान लड्डू गोपाल की पूजा किस तरह से की जा सकती है, तथा इस दौरान आपको किन किन सावधानियों का सामना करना पड़ता है।

सूतक का समय कौन सा होता है?

दोस्तो बहुत से लोगों के मन में यह भी सवाल होता है, कि आखिर सूतक का समय कौन सा होता है, तो यह भी आपको इसके बारे में जानकारी नहीं दी तो आपकी जानकारी के लिए मैं बता दूं कि यदि किसी भी व्यक्ति का देहांत हो जाता है, तथा उसके दाग संस्कार के बाद अगले 12 दिन तक सूतक का समय रहता है।

हालांकि या सूतक का विषय बहुत बड़ा है, इसके बारे में और अधिक जानकारी आप इंटरनेट पर पढ़ सकते हैं। लेकिन ऐसा माना चाहता है कि किसी भी परिवार के लिए यह समय काफी कठिनाइयों से भरा हुआ होता है, तथा इस समय बहुत सी चीजों के बारे में सावधानियां रखनी होती है।

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निष्कर्ष

तो इस पोस्ट के अंतर्गत हमने आपको बताया कि सूतक में लड्डू गोपाल की सेवा कैसे करें (How to serve Laddu Gopal in Sutak?), इसके अलावा इस विषय से जुड़ी अन्य जानकारी अभी हमने आपके साथ शेयर की है। हमें उम्मीद है कि आपको यह जानकारी पसंद आई है, फिर तो आपको इस पोस्ट के माध्यम से कुछ नया जानने को मिला है।

 

amit jain cardekho

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